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लेखनी प्रतियोगिता -01-May-2023


भोर में जब टिमटिमाती रात जाए
रोशनी की डोर पकड़े सूर्य आये
तुम पकड़कर हाथ मेरे साथ आना
रोशनी मेरे लिए तुम वही लाना।

फूल जब दिल खोलकर खुशबू लुटाएं
तितलियां भँवरे खुशी से लिपट जाएं
मुस्कुराकर तुम भी वो खुशबू लुटाना
तितलियों की तरह मुझसे लिपट जाना।

दोपहर जब धूप में पक्षी घर आएं
चार दाने साथ मिल सब बाटें खाएं
दो निवाले मेरे हाथों से भी खाना
समय लेकर जरा सा घर चले आना।

शाम को जब सूरज अपने घर वापस जाए
ठंडी हवा घूमकर सबको गीत सुनाए
मेरे साथ बाग में तुम कुछ वक्त बिताना
हवा जो कहती है वो तुम मुझको समझाना।

रात ढले चंदा तारों से मिलने आये
तारे सब चंदा को अपना हाल सुनाएं
तुम भी मुझको सारे दिन का हाल सुनाना
कुछ कहना कुछ सुनना फिर हंसकर सो जाना।।



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3 Comments

Abhinav ji

02-May-2023 08:26 AM

Very nice 👍

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Wahhhh wahhhh Bahut hi सुन्दर और बेहतरीन अभिव्यक्ति

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Reena yadav

01-May-2023 11:34 PM

👍👍

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